इक तलक वो आएंगे
एक चिड़िया अपने बच्चों को, ममता-से सहला रही थी छोटे छोटे तिनकों को चुन वो, अपना नीड़ बना रही थी अगले दिन जब गुजरा वहां से चिड़िया बच्चों को दाना खिला रही थी बेखबर- बेरहम दुनिया से अपनी ही दुनिया बना रही थी कुछ दिन बाद वही चिड़िया, बच्चों को उड़ना सीखा रही थी माँ- …