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अक्स

कैसे ढूँढू अक्स इस अंधी भीड़ में किन आँखो में तोलु किस किसकी आँखो से तराशु गुमा हुआ मेरा अक्स मैं जबसे है जाना बिगड़ी तस्वीरों को इंसान की नज़र से डरा मैं खुद का हूँ खोया जब कभी पाया तन्हाई में ये अक्स मैं किस किस राह भेजा गया अक्स मेरा तोड़ा समेटा फिर …